आज हर लोग इन्टरनेट से जुड़ा हुआ है और जो नही जुड़ा है वो जल्दी ही जुड़ जायेगा ऐसे में आप अपने मोबाइल या कंप्यूटर में जब डिटेल्स देखते होंगे तो IP Address के बारे में होगा फिर आप सोचते होंगे की ये IP Address kya hai? ये क्या होता है अगर ये सभी device में होता है तो ऐसे में मेरा IP address क्या है या कैसे पता करे ? ये सभी जानकारी आप हिंदी में इस पोस्ट में सीखेंगे
दोस्तों, इन्टरनेट के दुनिया बहुत बड़ी है और आने वाले समय में बहुत ज्यादा बढ़ने वाली है अब तो लगता है की सभी device इन्टरनेट से जुड़ कर ही काम करेगी जैसे जैसे टेक्नोलॉजी या IoT ( Internet of Things) का जमाना आ रहा है वैसे वैसे इन्टरनेट का इस्तेमाल हो रहा है और याद रखिये की इस दुनिया में जितने device है और वो इन्टरनेट से connect हो सकता है तो सभी का अपना अपना IP address जरुर होगा
IP Address क्या है? ये क्या होता है
IP Address का पूरा नाम “इन्टरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस” होता है (IP Address Full Form in Hindi), यह एक तरह का technical address होता है जब भी कोई device इन्टरनेट से जुड़ता है |
अगर आप और भी बढ़िया से समझना चाहते है तो इस पोस्ट को ध्यान से जरुर पढ़िए और पसंद आये तो शेयर कर दीजियेगा दोस्तों के साथ क्योकि इसको समझना सभी लोगो के लिए जरूरी है ताकि अपना देश आगे बढ़ सके
अच्छा आप एक बात बताईये की जब भी आप कोई भी सामान कही भेजते है तो बिना पता के कैसे भेजेंगे ? इसके लिए पता होना जरूरी है और आप तो जानते ही है की इन्टरनेट तो दुनिया के सभी कंप्यूटर का जाल मतलब नेटवर्क होता है और इस नेटवर्क में अगर किसी कंप्यूटर से किसी दुसरे कंप्यूटर में इनफार्मेशन भेजना होगा या connect करके काम करना होगा तो कैसे करेगा ?
मान लीजये की इन्टरनेट पर 1000 device connected है इसकें मोबाइल लैपटॉप सभी कुछ है और अगर 5 नंबर वाले device को 75 नंबर वाले device से connect करना होगा तो कैसे करेगा?
अगर address नही मालूम रहेगा तो 5 नंबर से डाटा 75 के बदले 247 नंबर या 1000 में से किसी भी device में चला जायेगा, है न ?
लेकिन यही पर अगर सभी device का अपना अपना एक address हो जाये और वो address तब हो जब इन्टरनेट से connected हो तो ऐसे में मान लीजिये की 5 नंबर वाले कंप्यूटर का जो address है और 75 वाले का जो address है ये जानकारी रहने पर सही जगह इनफार्मेशन जाएगी.
ये जो हर device का अपना address होता है उसी को IP Address कहते है जिसका full form इन्टरनेट प्रोटोकल address होता है |
IP Address Kya Hota Hai?
IP का full form इन्टरनेट प्रोटोकल होता है , आप इन्टरनेट का मतलब तो अच्छे से समझते है लेकिन ये प्रोटोकल क्या होता है ?
दोस्तों, प्रोटोकल का मतलब होता है rules regulation, बिना rules regulation का कोई भी काम बड़े level का नही किया जा सकता है इसलिए इस दुनिया में जितने भी device है वो अगर इन्टरनेट से connect होते है तो उनका एक IP address जरुर होता है
जैसे की अभी आप मेरे ब्लॉग www.techaj.com पर ये पोस्ट पढ़ रहे है तो आपके मोबाइल या लैपटॉप का भी अपना IP address होगा और मेरे ब्लॉग के सर्वर का अपना IP address है
जब आप मेरे ब्लॉग के domain name www.techaj.com को किसी web browser में open किये तो ये domain name से फिर मेरे server के IP address से connect किया ताकि आपका device और मेरा सर्वर connect हो सके
इसी कनेक्शन के लिए ही rules regulation बनाया गया मतलब प्रोटोकल बनाया गया ताकि इन्टरनेट का इस्तेमाल सही से हो सके अब आप सोच रहे होंगे की जब मोबाइल इन्टरनेट से connect है मतलब इसका भी IP address है लेकिन पता कैसे करे ?
Mera IP Address Kya Hai?
अगर आप अपने खुद का IP address मतलब की पब्लिक IP address जानना चाहते है तो आप सिर्फ google में “My IP Address” सर्च करियेगा तो गूगल ही बता देगा वैसे अबाउट सेक्शन में जा कर भी पता कर सकते है |
दोस्तों IP address का भी अब दो version है
- IPv4 means IP version 4
- IPv6 means IP version 6
जैसे जैसे इन्टरनेट को इस्तेमाल करने वाला बढ़ने लगा वैसे वैसे address की कमी होने लगी क्योकि IPv4 में सिर्फ 255.255.255.255 इससे ज्यादा ip address नही हो सकता था क्योकि IPv4 में 32 bit address इस्तेमाल होता है और आप तो जानते है की अब टेक्नोलॉजी में इन्टरनेट based device बहुत हो चूका है इसलिए इसका न्यू version लाया गया है जिसे IPv6 मतलब की इन्टरनेट प्रोटोकॉल का 6 version जिसमे 128 bit इस्तेमाल किया जाता है
एक बात आपको मालूम है ? अगर आप जियो का सिम इस्तेमाल कर रहे होंगे तो गूगल में जब आप अपने ip को सर्च करके जानेंगे की मेरा ip क्या है तो वो IP बहुत लम्बा होगा उसका कारण ये है की Jio शुरू से ही IPv6 का इस्तेमाल करता है |