आधार कार्ड आज के तारीख में सभी लोगो के पास होगा और जिनके पास नही भी है तो उनकी मज़बूरी है की उनको आधार कार्ड बनवाना ही होगा क्योकि जितने भी सरकारी काम है उसमे आधार का होना अनिवार्य है |
भारत सरकार के पास जितने भी भारतीय है उनका सारा डिटेल्स अब UIDAI के डेटाबेस में स्टोर हो चूका है लेकिन एक बार सोच कर देखिये की अगर वो पूरा डेटाबेस किसी दुसरे आदमी के हाथ लग जाये तो क्या हो सकता है ? वो तो फिर किसी का आधार नंबर से सारे डिटेल्स निकाल लेगा और आपका प्राइवेसी खतरे में पड़ जाएगी |
और यही हुआ है , ये खबर आपको tribuneindia.com जो की बहुत ही respected न्यूज़ एजेंसी है उनके माध्यम से खुलासा किया गया है की उनके ही एक रिपोर्टर ने एक ऐसे आदमी से संपर्क किया जो की आधार का सारा डाटा सिर्फ 500 रुपया में देने का दावा कर रहा था तो रिपोर्टर ने अपना नाम अनामिका बता कर इस सच्चाई को सबके सामने लाना चाही|
और इसके लिए उसने 500 रुपया उस आदमी के paytm अकाउंट में भेज दी और उसके बाद जो हुआ वो बेहद चौकाने वाला था क्योकि जब रिपोर्टर ने वेरीफाई किया तो सच में सारा डिटेल्स निकल रहा था और इतना ही नही वो आदमी सिर्फ 300 रुपया ज्यादा देने पर आधार कार्ड प्रिंट करने वाला सॉफ्टवेर भी देने को तैयार था |
अब आप खुद सोच कर देखिये की अगर वो आदमी पैसे के लिए किसी विदेशी कंपनी या संस्था को बेच दिया तो हम सभी भारतीय की प्राइवेसी कितने खतरे में पड़ जाएगी |
कौन है इसका जिम्मेदार ?
देखिये इस पुरे खबर से ये बात निकल कर आई है की ये डाटा लीक ऑफिसियल वेबसाइट से नही हुयी या कोई डेटाबेस को हैक भी नही किया है बल्कि ये लीक उन लोगो के द्वारा किया गया है जो आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी का टेंडर लेते है और वो जो स्टाफ रखते है उन्ही वेंडर के द्वारा कुछ पैसो के लालच में अपने सारे देशवासियों का डाटा किसी को भी बेचने को तैयार हो जाते है|
बहुत बार आपको आधार से रिलेटेड खबर सुनने को मिलती होगी तो सरकार ने भी इसपर करवाई करते हुए 1 लाख से ऊपर वेंडर का लाइसेंस रद्द कर दिया था |
नोट : वैसे बीजेपी सरकार ने tribuneindia.com के इस खबर को अपने पेज पर फेक न्यूज़ करार दिया है लेकिन देखिये इसपर क्या करवाई होती है |